Thursday, February 27, 2020

sad poetry

sad shayari - नजरों  की शरारत

नजरों की शरारत

होठों की मुस्कुराहट
ये नूर
ये सादगी
आपके हुसन के लिए
सोने पे सुहागे वावी
कहावत को कह रहें हों जैसे ...
"चौहान"

sad shayari - नजरों  की शरारत

जो
आप नहीं कर सकते
जो
मैं नहीं कर सकता
वो हम मिल कर
सकते हैं
मेरे मालिक
एक, एक ही होता है
एक और एक ग्यारह
होते है ।
"चौहान"

ए दिल
मेरी बात को तेरा
हुंगारा मिलता रहे बस
ये रात
ये काली रात तो
यूं गुज़र जाएगी ...
 ’चौहान"

कभी कभी दिले नदां’ यूं भी होता है,
सवाल के जबाब में क्यूं भी होता है...
"चौहान"


ਕਾਤਿਲ ਹੋ
ਤੋ ਕਾਤਿਲ ਸੀ ਬਾਤ ਕਰੋ ਨਾ
ਯੂਂ ਨਜ਼ਰੋਂ ਸੇ
ਕਿਉਂ ਮਾਰਤੇ ਹੋ ...
"ਚੌਹਾਨ"

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