sagar poetry Posted By: hindi movie and song April 29, 2018 Leave a Reply मैं बूंद हूं कि सागरये तो वो जाने.जिस की रहमत सेमेरा चलना मेरा ठहरनामेरे मुताबक ही हैजिसके सदकेबूंद की तरह मैं फ़ना होना भी जानता हूंऔर सागर की तरह फ़ना करना भी जानता हूंमैं बूंद हूं कि सागरये तो वो जाने ।"चौहान" Tweet Share Share Share Share
No comments:
Post a Comment