meri shayari
जो लोगअच्छे आदमी की पहचान से वाकिफ नहींयकीनन वो लोगबुरे आदमी की पहचान से भीअनजान हैंअगर ये बात है तोवो किसी चौराहे पर पड़े
उस पत्थर की तरह हैं
जिस के लिए फलक से बरसती बारिस की बूंदे
और
पक्षियों की बीटें एक सी होती हैं
ए दिल
जिन्दगी को जिन्दगी
की तरह जीने के लिए
सही और गलत की पहचान होना जाज़िमी है ।
"चौहान"![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhcw1AOesc11ptJzFNBFIsnLzc1_DA1NGGiuAKr_moLvubFe9uJmJs1NDP7ZBp3JhnYgBMdx_g2zo633HzPxjBtNw0mz-cUtxtkmrerNJcZFszoLhmePjJ0zdEib5iKXFjIMUmZwjxxo7M/s640/dsewa.jpg)
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